राजिम (गरियाबंद) ।राजिम भक्तिन माता चौक की स्थापना व मूर्ति अनावरण :- : समाज के लिए गौरव का विषय - हर गांव में बने राजिम भक्तिन माता चौक -चौराहा: - श्याम साहू

Deekay Thakur
Sun, May 18, 2025
राजिम (गरियाबंद) ।वरिष्ठ समाजसेवी एवं साहू समाज राजिम भक्तिन माता समिति के महासचिव श्याम साहू ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि धर्म नगरी श्रीसंगम धाम में राजिम भक्तिन माता चौक के निर्माण से सपने साकार हुए और एक लंबी प्रतीक्षा के बाद एक भव्य और आकर्षक प्रतिमा के साथ राजिम भक्तिन माता चौक की स्थापना हुई। सपने जब मूर्त रूप लेकर सामने परिलक्षित होते हैं तब खुशियां दुगनी हो जाती है। लगातार प्रयास कामयाब होने के रास्ते सुलभ कराते है। राजिम भक्तिन मंदिर समिति के अध्यक्ष लाला साहू और उनके समस्त पदाधिकारियो के अथक प्रयास और समिति के प्रेरणास्रोत प्रदेश उपाध्यक्ष भुनेश्वर साहू के सहयोग से यह प्रशंसनीय कार्य संपादित हुआ। "निश्चित ही अगर आपके कामयाब होने का संकल्प काफी मजबूत है तो असफलता आपको कभी डिगा नहीं सकती" लगातार प्रयास का ही परिणाम है की माता राजिम के एक भव्य चौक का लोकार्पण राजिम नगर के हृदय स्थल में दिनांक 11/5/2025 को माननीय विधायक रोहित साहू माननीय विधायक संदीप साहू प्रदेश अध्यक्ष टहल सिंह साहू उपाध्यक्ष भुनेश्वर साहू नगर पंचायत अध्यक्ष महेश यादव समिति के संरक्षक डॉ रामकुमार साहू , मेहतरु राम साहू ,कृषि वैज्ञानिक डॉ नारायण साहू के अलावा सर्व समाज के बुद्धिजीवियों एवं वरिष्ठ समाज सेवियों की उपस्थिति में संपन्न हुआ।
!!ज्ञात रहे माता राजिम का यह चौक छत्तीसगढ़ का प्रथम चौक होने का गौरव प्राप्त किया है!!इस पुण्य कार्य के लिए !!पूर्व मुख्यमंत्री माननीय भूपेश बघेल जी!! का भी हृदय से आभार जिन्होंने चौक निर्माण के लिए वर्ष 2022 23"में भेंट मुलाकात" कार्यक्रम के दौरान 15 लाख रुपया राशि प्रदान किया था। राजिम भक्तिन माता समिति को इस पुण्य कार्य की सफलता के लिए धन्यवाद आगे भी इसी तरह के सामाजिक कार्य होते रहे जो जन भावना से जुड़े हो निश्चित ही आप सफल होंगे। सफलता प्रायः उनके ही कदम चूमती है जिनके पास सफलता को निहारने का वक्त नहीं होता। प्रत्येक गांव नगर में माता राजिम के एक भव्य चौक के निर्माण की परिकल्पना की गई है किन्तु आज तक यह मूर्त रूप नहीं ले पाई। भविष्य में प्रत्येक गांव नगर में माता राजिम की एक भव्य चौक का निर्माण अवश्य होना चाहिए और संभव हो तो माता की एक प्रतिमा की स्थापना भी वहां अवश्य हो भले ही यह छोटे रूप में हो अगर चौक के लिए पर्याप्त जगह ना हो तो एक मार्ग एक मोहल्ला, एक वार्ड यह एक भवन का नाम तो माता के नाम पर होना ही चाहिए। क्योंकि शुरुआत राजिम भक्तिन माता की कर्मभूमि से हो चुकी है ।साहू बाहुल्य क्षेत्र होने के कारण यह कार्य बिल्कुल भी असंभव नहीं है और संभव की सीमा को जानने का केवल एक ही तरीका है असंभव से भी आगे निकल जाना। इस तरह की चौक चौराहों के निर्माण से निश्चित ही राजिम भक्तिन माता की गौरव गाथा जन-जन तक पहुंचेगी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में समाज की नींव काफी मजबूत होगी और सामाजिक संगठन में दृढ़ता आएगी निश्चित ही समाज मजबूत होगा तो हम मजबूत होंगे और हमारा परिवार मजबूत होगा।और अंतिम इसी अपेक्षा के साथ की आने वाले समय में इस तरह के कार्य को आप सभी मूर्त रूप देंगे और समाज को संगठित करने के प्रयास में हम सभी सफल होंगे।
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