रिपोर्ट: - राधे पटेलमैनपुर(गरियाबंद) ।बीहड़ वनांचल विशेष पिछड़ी जनजाति कमार प्रजाति के लोगों के लिए कई प्रकार की विशेष योजनाएं चला रही है जिसमें प्रमुख रूप से बिजली पानी सड़क शिक्षा संबंधी अनेक योजनाओं का संचालन सरकार के द्वारा प्रमुखता से किया जाता रहा है। जिसे वहां के रहवासियों को सुविधा मुहैया कराया जा सके। लेकिन प्रशासन की योजनाएं उन तक पहुंचने में कोसों दूर है। ग्रामीण क्षेत्रों में वनवासियों के पास योजनाएं तो आती है मगर विकासकारी योजनाओं का क्रियान्वयन सही तरीके से नहीं होने के कारण उनका विकास आज तलक भटक रही है। ग्रामीणों ने बताया कि आज तलक विशेष पिछड़ी जनजातियों कि योजनाओं की जानकारी होते हुए भी हक और अधिकार वंचित रहना पड़ रहा है। शासन प्रशासन के द्वारा योजनाएं तो चलाई जाती हैं मगर धरातल पर उन योजनाओं का सही लाभ आज तक नहीं मिल पाया है । जिसकी शिकायत जनपद से लेकर तहसील एसडीएम कार्यालय तक की जाती है मगर आला अधिकारी धरातल तक नहीं पहुंचते है और योजनाएं का लाभ हमें नहीं मिल पाता जिस तरह से एक साल पूर्व शुद्ध पानी ग्रामीणों को देने की योजना आज तलक ठंडे बस्ते में चली गई है।जिसे चालू तो किया गया मगर कुछ ही महीने में बंद कर इलेक्ट्रो क्लोरोनिटर मशीन को भी निकाल कर ले जाया गया है।ज्ञात हो कि विकासखंड मैनपुर के ग्राम पंचायत कुल्हाड़ी घाट के आश्रित ग्राम में 1 साल पूर्व पिछड़ी जन जाति निवासरत ग्राम बेसराझर और देवडोंगर में जल जीवन मिशन योजना के द्वारा 48 लाख रुपए की लागत से ग्रामीणों को शुद्ध जल प्रदाय करने हेतु योजना के तहत भवन निर्माण कर इलेक्ट्रो क्लोरोनिटर मशीन के साथ पाइपलाइन विस्तार कर जल प्रदाय की योजना चलाई गई मगर एक साल में ही योजना ठप्प पड़ गई है। जहां ग्रामीणों को शुद्ध पानी मिलना एक सपना की तरह महसूस हुआ था और नींद खुलने की उपरांत सपना की हकीकत में स्थिति ज्यों का त्यों ही दिखने लगी है। जल जीवन मिशन के द्वारा 48 लाख की योजना का ठेकेदार द्वारा तो काम कराया गया मगर उसकी मॉनिटरिंग की कमी की वजह से यह योजना का लाभ ग्रामीणों को नहीं मिला है आज आज भी ग्रामीण नदी के पानी पीने के लिए मजबूर हैं ।जीवन मिशन योजना के तहत हर घर जल पहुंचाने की योजना का नई योजना में फिर वहां नई टंकी निर्माण के साथ पाइपलाइन विस्तार कुछ ही जगह में किया गया है ऐसे में हर घर शुद्ध पेयजल पहुंचाने की योजना फेल होती नजर आ रही है क्योंकि ग्राम बेसराझर गंगाराम कमार हीरालाल कमार और दसरीबाई कमार बताते हैं कि नल जल योजना जब से गांव में शुरुआत की गई है तब से यहां पानी नहीं मिलता कुछ कुछ घरों के निकली हिस्सों पर थोड़ा-थोड़ा पानी आता है ऊपरी हिस्सों में बिल्कुल पानी नहीं आता जिससे नल जल योजना की हमें कोई लाभ नहीं मिल रहा है।जल जीवन मिशन योजना की पूर्व में स्थापित की गई और इलेक्ट्रो क्लोरोनिटर मशीन से पाइपलाइन विस्तार किया गया है इस पाइप लाइन से अभी जो नई योजना के तहत बनाई गई पानी टंकी का पाइपलाइन विस्तार को पुरानी पाइपलाइन विस्तार के साथ जोड़ दिया गया है जिससे पूर्व में भी पानी नहीं आता था और आज भी पानी नहीं आता है।इस तरह ग्रामीणों को नल जल योजना का लाभ नहीं मिल रहा है।इस योजना के बारे में जिला गरियाबंद पी एच ई विभाग के ई ई से बात की गई तो उन्होंने बताया कि यह जो योजना है उसे मैं जल्द ही दिखवाता हूं।