
: आज का पंचांग :- दिनांक 24 मई 2024 - शुभ दिन शुक्रवार....
Thu, May 23, 2024
*🌞~ आज का हिन्दू पंचांग ~🌞*
*⛅दिनांक - 24 मई 2024*
*⛅दिन - शुक्रवार*
*⛅विक्रम संवत् - 2081*
*⛅अयन - उत्तरायण*
*⛅ऋतु - ग्रीष्म*
*⛅मास - ज्येष्ठ*
*⛅पक्ष - कृष्ण*
*⛅तिथि - प्रतिपदा शाम 07:24 तक तत्पश्चात द्वितीया*
*⛅नक्षत्र - अनुराधा प्रातः 10:10 तक* तत्पश्चात ज्येष्ठा*
*⛅योग- शिव सुबह 11:22 तक तत्पश्चात सिद्ध*
*⛅राहु काल - सुबह 10:57 से दोपहर 12:35 तक*
*⛅सूर्योदय - 05:56*
*⛅सूर्यास्त - 07:17*
*⛅दिशा शूल - पश्चिम दिशा में*
*⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 04:31 से 05:13 तक*
*⛅ अभिजीत मुहूर्त - दोपहर 12:10 से दोपहर 01:03 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त- रात्रि 12:15 मई 25 से रात्रि 12:58 मई 25 तक*
*⛅व्रत पर्व विवरण - देवर्षि नारद जयंती*
*⛅विशेष - प्रतिपदा के दिन कूष्माण्ड (कुम्हड़ा, पेठा) खाने से धन का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)**🔹स्वास्थ्य-रक्षा के सरल प्रयोग🔹**🔸जिनको सिरदर्द होता हो अथवा रात को ११ से २ के बीच की नींद टूटती हो, नकसीर फूटती हो, उन सबके लिए एक प्रयोग है - धनिया, आँवला और मिश्री समभाग कूटकर रख दो । १० ग्राम रात को भिगा लो, सुबह मसलकर पी लो । सुबह भिगा दो, शाम को पी लो । नींद बढ़िया आयेगी, पेट साफ रहेगा, आँखों की जलन, मासिक की अधिकता, फोड़े-फुंसी सब शांत हो जायेंगे । मूत्रदाह तथा स्वप्नदोष से भी रक्षा होगी । जिनको नकसीर की तकलीफ है (नाक फूटती है), उन लोगों के लिए भी यह प्रयोग आशीर्वादरूप है ।**🔸नकसीर : हरे धनिये अथवा तुलसी के रस की २-३ बूँदें नाक में डालें । सुबह-शाम त्रिफला का सेवन करें । इससे २-४ दिन में आराम होता है ।**🔸तरबूज खाने अथवा उसका रस पीने से भी नकसीर में आराम होता है ।**🔸फोड़े-फुंसियाँ : पालक, गाजर और ककड़ी तीनों मिलाकर उसका रस ले लें अथवा हरे नारियल का पानी पियें । इससे फोड़े-फुंसियाँ दूर होते हैं । भोजन में नमक कम मात्रा में लें ।**🔹कितना खतरनाक है टेलकम पाउडर !🔹**🔸आजकल सौंदर्य-प्रसाधन आदि के रूप में टेलकम पाउडर का उपयोग धडल्ले से हो रहा है । जबकि बहुत कम लोग इस बात से अवगत हैं कि इसका उपयोग करनेवालों को कई गम्भीर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है । जैसे - साँसों की घरघराहट (wheezing), खाँसी, दमा, साँस लेने में तकलीफ, फेफड़ों की जलन (lung irritation), न्यूमोनिया तथा फेफड़ों से संबंधित अन्य कई समस्याएँ ।**🔸'जर्नल ऑफ एपिडेमियोलॉजी २०१६' में प्रकाशित हुए एक अध्ययन के अनुसार महिलाओं द्वारा जननांग क्षेत्र में टेलकम पाउडर का प्रतिदिन इस्तेमाल करने से उनमें डिम्बग्रंथि के कैंसर (ovarian cancer) का खतरा ३३% तक बढ़ जाता है । अतः इसके इस्तेमाल से सावधान !**🔹किन बातों से होती है लक्ष्मी की हानि🔹**🔸 ‘जो मलिन वस्त्र धारण करता है, दाँतों को स्वच्छ नहीं रखता, अधिक भोजन करनेवाला है, कठोर वचन बोलता है, सूर्योदय तथा सूर्यास्त के समय भी सोता है, वह यदि साक्षात् चक्रपाणि विष्णु हों तो उन्हें भी लक्ष्मी छोड़ देती हैं ।’ (गरुड़ पुराण : ११४.३५)**🌞🚩🚩 *" ll जय श्री राम ll "* 🚩🚩🌞*

: आज का पंचांग :- दिनांक 23 मई 2024 - शुभ दिन गुरुवार...
Thu, May 23, 2024
*🌞~ आज का हिन्दू पंचांग ~🌞*
*⛅दिनांक - 23 मई 2024*
*⛅दिन - गुरूवार*
*⛅विक्रम संवत् - 2081*
*⛅अयन - उत्तरायण*
*⛅ऋतु - ग्रीष्म*
*⛅मास - वैशाख*
*⛅पक्ष - शुक्ल*
*⛅तिथि - पूर्णिमा शाम 07:22 तक तत्पश्चात प्रतिपदा*
*⛅नक्षत्र - विशाखा प्रातः 09:15 तक* तत्पश्चात अनुराधा*
*⛅योग- परिघ दोपहर 12:12 तक तत्पश्चात शिव*
*⛅राहु काल - दोपहर 02:17 से दोपहर 03:57 तक*
*⛅सूर्योदय - 05:56*
*⛅सूर्यास्त - 07:17*
*⛅दिशा शूल - दक्षिण दिशा में*
*⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 04:31 से 05:13 तक*
*⛅ अभिजीत मुहूर्त - दोपहर 12:10 से दोपहर 01:03 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त- रात्रि 12:15 मई 24 से रात्रि 12:58 मई 24 तक*
*⛅व्रत पर्व विवरण - कूर्म जयंती, बुद्ध पूर्णिमा, वैशाखी पूर्णिमा*
*⛅विशेष - पूर्णिमा के दिन स्त्री-सहवास और तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)**🔹वैशाखी पूनम🔹**वैशाख मास की पूर्णिमा की कितनी महिमा है !! इस पूर्णिमा को जो गंगा में स्नान करता है , भगवत गीता और विष्णु सहस्त्र नाम का पाठ करता है उसको जो पुण्य होता है उसका वर्णन इस भूलोक और स्वर्गलोक में कोई नहीं कर सकता उतना पुण्य होता है । ये बात स्कन्द पुराण में लिखी हुई है । अगर कोई विष्णु सहस्त्र नाम का पाठ न कर सके तो गुरु मंत्र की १० माला जादा कर ले अपने नियम से ।**🔹गुरुवार विशेष 🔹**🔸हर गुरुवार को तुलसी के पौधे में शुद्ध कच्चा दूध गाय का थोड़ा-सा ही डाले तो, उस घर में लक्ष्मी स्थायी होती है और गुरूवार को व्रत उपवास करके गुरु की पूजा करने वाले के दिल में गुरु की भक्ति स्थायी हो जाती है ।**🔸गुरुवार के दिन देवगुरु बृहस्पति के प्रतीक आम के पेड़ की निम्न प्रकार से पूजा करें :**🔸एक लोटा जल लेकर उसमें चने की दाल, गुड़, कुमकुम, हल्दी व चावल डालकर निम्नलिखित मंत्र बोलते हुए आम के पेड़ की जड़ में चढ़ाएं ।**ॐ ऐं क्लीं बृहस्पतये नमः ।**🔸फिर उपरोक्त मंत्र बोलते हुए आम के वृक्ष की पांच परिक्रमा करें और गुरुभक्ति, गुरुप्रीति बढ़े ऐसी प्रार्थना करें । थोड़ा सा गुड़ या बेसन की मिठाई चींटियों को डाल दें ।**🔸गुरुवार को बाल कटवाने से लक्ष्मी और मान की हानि होती है ।**🔸गुरुवार के दिन तेल मालिश हानि करती है । यदि निषिद्ध दिनों में मालिश करनी ही है तो ऋषियों ने उसकी भी व्यवस्था दी है । तेल में दूर्वा डाल के मालिश करें तो वह दोष चला जायेगा ।*
: आज का पंचांग : - दिनांक - 22 मई 2024 शुभ दिन - बुधवार....
Tue, May 21, 2024
*🌞~ आज का हिन्दू पंचांग ~🌞*
*⛅दिनांक - 22 मई 2024*
*⛅दिन - बुधवार*
*⛅विक्रम संवत् - 2081*
*⛅अयन - उत्तरायण*
*⛅ऋतु - ग्रीष्म*
*⛅मास - वैशाख*
*⛅पक्ष - शुक्ल*
*⛅तिथि - चतुर्दशी शाम 06:47 तक तत्पश्चात पूर्णिमा*
*⛅नक्षत्र - स्वाति प्रातः 07:47 तक तत्पश्चात विशाखा*
*⛅योग- वरीयान दोपहर 12:37 तक तत्पश्चात परिघ*
*⛅राहु काल - दोपहर 12:36 से दोपहर 02:17 तक*
*⛅सूर्योदय - 05:56*
*⛅सूर्यास्त - 07:17*
*⛅दिशा शूल - उत्तर दिशा में*
*⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 04:31 से 05:13 तक*
*⛅ अभिजीत मुहूर्त - कोई नहीं*
*⛅निशिता मुहूर्त- रात्रि 12:15 मई 23 से रात्रि 12:58 मई 23 तक*
*⛅विशेष - चतुर्दशी के दिन स्त्री-सहवास और तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)**🌹वैशाख मास के अंतिम ३ दिन ( 20 मई से 22 मई 2024 ) महा पुण्यदायी🌹**🌹‘स्कंद पुराण’ के अनुसार वैशाख मास के शुक्ल पक्ष में अंतिम ३ दिन, त्रयोदशी से लेकर पूर्णिमा तक की तिथियाँ बड़ी ही पवित्र और शुभकारक हैं । इनका नाम ‘ पुष्करिणी ’ हैं, ये सब पापों का क्षय करनेवाली हैं ।**🌹जो सम्पूर्ण वैशाख मास में ब्राम्हमुहूर्त में पुण्यस्नान, व्रत, नियम आदि करने में असमर्थ हो, वह यदि इन ३ तिथियों में भी उसे करे तो वैशाख मास का पूरा फल पा लेता है ।**🌹वैशाख मास में लौकिक कामनाओं का नियमन करने पर मनुष्य निश्चय ही भगवान विष्णु का सायुज्य प्राप्त कर लेता है ।**🌹जो वैशाख मास में अंतिम ३ दिन ‘गीता’ का पाठ करता है, उसे प्रतिदिन अश्वमेध यज्ञ का फल मिलता है ।**🌹जो इन तीनों दिन ‘श्रीविष्णुसहस्रनाम’ का पाठ करता है, उसके पुण्यफल का वर्णन करने में तो इस भूलोक व स्वर्गलोक में कौन समर्थ है । अर्थात् वह महापुण्यवान हो जाता है ।**🌹जो वैशाख के अंतिम ३ दिनों में ‘भागवत’ शास्त्र का श्रवण करता है, वह जल में कमल के पत्तों की भांति कभी पापों में लिप्त नहीं होता ।**🌹इन अंतिम ३ दिनों में शास्त्र-पठन व पुण्यकर्मों से कितने ही मनुष्यों ने देवत्व प्राप्त कर लिया और कितने ही सिद्ध हो गये । अत: वैशाख के अंतिम दिनों में स्नान, दान, पूजन अवश्य करना चाहिए ।**🔷वायु के सर्वरोग🔷**👉🏻 काली मिर्च का 1 से 2 ग्राम पाउडर एवं 5 से 10 ग्राम लहसुन को बारीक पीसकर भोजन के समय घी-भात के प्रथम ग्रास में हमेशा सेवन करने से वायु रोग नहीं होता।**👉🏻 5 ग्राम सोंठ एवं 15 ग्राम मेथी का चूर्ण 5 चम्मच गुडुच (गिलोय) के रस में मिश्रित करके सुबह एवं रात्रि को लेने से अधिकांश वायु रोग समाप्त हो जाते हैं।**👉🏻यदि वायु के कारण मरीज का मुँह टेढ़ा हो गया हो तो अच्छी किस्म के लहसुन की 2 से 10 कलियों को तेल में तलकर शुद्ध मक्खन के साथ मिलाकर, बाजरे की रोटी के साथ थोड़ा नमक डालकर खाने से मरीज का मुँह ठीक हो जाता है।